Wednesday, May 11, 2011

धड़ल्ले से चल रहा यमुना रेती के अवैध खनन का कारोबार (Dainik Jagran/Faridabad-11 May 2011)

सुरेंद्र चौहान, पलवल यमुना नदी किनारे रेती का अवैध रूप से खनन हो रहा है इससे सरकार को हर माह लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। सारा मामला सत्ताधारी दल के नेताओं और पुलिस के नोटिस में है। रेती चोरी करने वाले नदी के किनारे वन विभाग की जमीन पर खड़े वृक्षों को भी नहीं बख्श रहे हैं। हाल ही में गांव सुल्तानपुर के लोगों ने जिला उपायुक्त को शिकायत भी की थी कि रेती चोरी करने वाले पेड़ों को उखाड़ रहे हैं। रेती चोरी को रोकने के लिए सांसद अवतार सिंह भड़ाना ने भी जिला पुलिस अधीक्षक अनिल धवन से कहा था। धवन ने चांदहट व हसनपुर थाना प्रभारियों को रेती चोरी रोकने के लिए सख्त आदेश दिए थे, लेकिन पुलिस की मिलीभगत से यह धंधा लगातार जारी है। गौरतलब है कि सरकार द्वारा हर वर्ष यमुना के किनारे रेती को उठाने का ठेका छोड़ा जाता है, जिससे सरकार को लाखों रुपये का राजस्व प्राप्त होता है, लेकिन पिछले वर्ष यह ठेका नहीं छोड़ा गया। जिसके चलते रेती चोर सक्रिय हैं। मजेदार बात तो यह है कि रहीमपुर घाट के पास तो उत्तर प्रदेश के लोग कुछ सत्ताधारी नेताओं की संरक्षण में अवैध रूप से रेती का ठेका चला रहे हैं। जिले में यमुना नदी के किनारे रहीमपुर, हसनपुर, माहौली, सुलतापुर आदि कई गांवों के घाटों से रेती उठाई जाती है। इस कारोबार में रॉयल्टी न लगने के कारण अवैध ठेकेदारों को मोटा मुनाफा हो रहा है। चोरी के बारे में जिले की पुलिस व नेता सभी को पता है। इनेलो विधायक सुभाष चौधरी ने भी चोरी को रोकने के लिए आवाज उठाई थी, लेकिन दबंगों के आगे सब ठंडे बस्ते में पड़ा रहा। रेती चोरी के मुनाफे के कारण कई बार दबंगों में झगड़े भी होते रहते हैं, जिसके कारण पिछले वर्ष कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक अनिल धवन व खनन अधिकारी ओमप्रकाश का कहना है विभाग ने कार्रवाई कर गत वर्ष में करीब 32 ट्रैक्टर चालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उनके अनुसार रेती चोरी रोकने के लिए वे पूरी कोशिश कर रहे हैं।

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