Wednesday, May 4, 2011

जालियां बंद, नहीं डलेगी पूजा सामग्री (Dainik Jagran 04 May 2011)




नई दिल्ली, जागरण संवाददाता :

यमुना को साफ करने के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को निर्देश दिया है कि वह लोगों द्वारा यमुना में डाली जाने वाली पूजा सामग्री पर रोक लगाने के लिए उचित प्रबंध करे। इस पर पीडब्ल्यूडी ने कार्रवाई करते हुए यमुना के ऊपर बने पुल पर लगी जालियों को दुरूस्त करने का काम शुरू कर दिया है। साथ ही पुलिस को पत्र लिखकर उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है जो इन जालियों को काटते हैं व लोगों की पूजा सामग्री यमुना में प्रवाहित करने की एवज में पैसा लेते हैं। बता दें कि यमुना की दुर्दशा देखने के लिए अपै्रल में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने यमुना का दौरा किया था। इसके बाद देश के संतों ने जंतर मंतर पर यमुना बचाने के लिए आंदोलन छेड़ दिया। इसके बाद सरकार के प्राथमिक तौर पर पीडब्ल्यूडी को आदेश दिया कि वह यमुना में डाली जाने वाली पूजा सामग्री का डलाव बंद कराए। इस पर पीडब्ल्यूडी ने यमुना के ऊपर बने पुलों पर कटी हुई जालियों को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया है। इस जालियों को इसलिए लगाया गया था ताकि कोई पुल से ऊपर से यमुना में कोई सामान न फेंक सके। लेकिन वहां स्थिति काफी भ्रम की है। कुछ लोगों ने इस जालियों को विशेष आकार में काटा हुआ है। इससे आभास होता है कि शायद इन कटी हुई जालियों के जरिए उन्हें पूजा से जुड़ी सामग्री यमुना में डालने की सुविधा प्रशासन ने दी हुई है। जबकि यह महज कुछ लोगों का धंधा है, जो हवन सामग्री डालने में मदद करने के बहाने लोगों से रुपये ले लेते हैं। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार अब प्रयास किया जाएगा कि जाल को दुरुस्त रखा जाए, ताकि लोग बीच यमुना में सामान न डाल पाएं। सुनिश्चित किया जाएगा कि लोग यमुना किनारे चिन्हित स्थानों पर ही हवन सामग्री डालें। इस संबंध में पुलिस को भी पत्र लिखा गया है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करे जो जाल काट ले जाते हैं।

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