नई दिल्ली (एसएनबी)।
यमुना बचाओ के नारों के साथ जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे साधू- संतों और किसानों ने शनिवार को यमुना तट का दौरा किया। अनिश्चितकालीन धरने के आठवें दिन वजीराबाद ब्रिज और आईटीओ सहित विभिन्न घाटों पर जाकर प्रतिनिधिमंडल ने यमुना नदी में जल की मात्रा का जायजा लिया। आमरण अनशन, शांति मार्च, भजन कीर्तन, पदयात्रा सभी कुछ कर चुके साधु- संतों और किसानों को उम्मीद है कि जल्दी ही यमुना में यमुनोत्री का निर्मल जल प्रवाहित होगा। गुरुवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री प्रदीप जैन द्वारा अनशनकारियों का अनशन खत्म कराने के बाद मथुरा तक जल प्रवाहित होने तक आंदोलनकारी जंतर मंतर पर मौजूद रहने की बात कह चुके हैं। अब उन्हें बस यमुना में निर्मल जल प्रवाहित होने का इंतजार है। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ब्रजरक्षिणी हरिनाम प्रचारिणी सभा के राष्ट्रीय संरक्षक संत जयकृष्णदास (बरसाना) और भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानुप्रताप सिंह ने किया। प्रतिनिधिमंडल ने यमुना में व्याप्त गंदगी पर चिंता जताई और सरकार से समस्या को दूर कराने की मांग की। ठाकुर भानु प्रताप ने कहा कि सरकार ने जो यमुना में पानी छोड़े जाने के लिए उच्चस्तरीय कमेटी बनाई है उसके सदस्यों को जल्दी ही हरियाणा के हथिनीकुंड का जायजा लेने के लिए भेजा जाना चाहिए।
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