कमांड टैंक को पानी मिलने की समय सीमा निर्धारित नहीं
हरियाणा से अधिक कच्चे पानी आने से द्वारका संयंत्र चलेगा
तैयार जलाशय, बिछी पाइप लाइन
जल बोर्ड अधिकारियों के अनुसार नरेला सेक्टर-ए-6 के पॉकेट-11,पॉकेट-5, पाकेट-13, नरेला सेक्टर-ए-5 के पॉकेट-8 में जलाशय बन चुके हैं। टीकदी खुर्द, स्वर्ण जयंती विहार एवं होलांबी कलां फेस-दो में जलाशय बनाने के लिए निविदा स्वीकृति प्रक्रिया में है और अन्य स्थलों पर जलाशय बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा नरेला सेक्टर-ए-10 के पॉकेट-7, नरेला सेक्टर-ए-6 के पॉकेट-4 और नरेला सेक्टर-ए-5 के पॉकेट-14 और होलांबी कलां फेस-दो में सीआई वाटर लाइन भी डाल दी गई है। होलांबी कलां फेस-दो में जलाशय बनाने का काम 18 महीने में पूरा हो जाएगा।
टैंकर के भरोसे ही रहेंगे द्वारका, बिजवासन और नरेला निवासी
नई दिल्ली। अप्रैल आधा बीता, गर्मी ने प्यास बढ़ा दी। नरेला और द्वारका के लोगों की प्यास सार्वजनिक नल और टैंकर के भरोसे ही बुझानी पड़ रही है। नए जलाशय और कमांड टैंक को पानी का इंतजार है। नरेला के अलग-अलग सेक्टर में आठ जलाशय तैयार हैं और सीआई वाटर लाइन भी डाल दी गई है। द्वारका के कमांड टैंक संख्या-एक को हरियाणा से अधिक कच्चा पानी मिलने पर ही द्वारका संयंत्र से पानी मिलेगा। राजनगर पार्ट-दो और गांव नांगल देवत को पानी कब तक मिलेगा? जल बोर्ड ने कमांड टैंक संख्या-1 के लिए हरियाणा से कच्चा पानी मिलने पर और गांव नांगल देवत के लिए जून, 2012 का समय बताया है।
जल बोर्ड का कहना है कि वैकल्पिक रूप से पानी की आपूर्ति अस्थाई तौर पर जल बोर्ड की जीआई पाइप के सहारे सार्वजनिक नलों और कमी की दशा में टैंकर से की जा रही है। पानी की व्यवस्था डीडीए के पैरीफेरियल लाइन से की जानी है। जब डीडीए पानी उपलब्ध कराएगा तब जलापूर्ति होगी। यानी इस गर्मी सरकारी नल और टैंकर के भरोसे ही द्वारका, बिजवासन, नरेला के लोगों को प्यास बुझानी होगी।
जल बोर्ड से मिली जानकारी में यह बात भी सामने आई है कि वित्त वर्ष 2010-11 में बुराड़ी, दौलतपुर, शास्त्री पार्क और सराय काले खां जलाशयों को नांगलोई, सोनिया विहार और वजीराबाद रिसाइकिल प्लांट से पानी दिया गया है। लेकिन द्वारका स्थित कमांड टैंक संख्या-एक को पानी की समुचित मात्रा उपलब्ध नहीं होने से चलाया नहीं जा सकता। जल बोर्ड का कहना है कि कमांड टैंक को पानी मिलने की समय सीमा निर्धारित नहीं की जा सकती। हरियाणा सरकार जब कच्चे पानी की मात्रा अधिक छोड़ेगी, तब द्वारका संयंत्र चालू होगा। वहीं गांव नांगल देवत में डीडीए की तरफ से टैंकर से उपलब्ध कराई जा रही है। बोर्ड ने दिल्ली हाईकोर्ट को शपथ दिया है कि जून, 2012 तक ही इस गांव को पानी दे पाएंगे।
Monday, April 18, 2011
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