पानीपत, मुख्य संवाददाता :
यमुना में डाई यूनिटों का पानी बिना ट्रीटमेंट के पहुंच रहा है। यह बात डीसी विजय सिंह दहिया ने अधिकारियों की मासिक बैठक में स्वीकारी। इसके लिए उन्होंने प्रदूषण विभाग के एक्सईएन की खिंचाई की और कहा कुछ तो करो एक्सईएन साहब। बाल भवन में मंगलवार को डीसी विजय सिंह दहिया ने अधिकारियों के साथ बैठक कर मासिक समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से शहर में नई सीवर लाइन बिछाने के लिए 2 करोड़ 35 लाख रुपये की राशि स्वीकृत हो चुकी है। इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग को 30 लाख रुपये की राशि प्राप्त भी हो चुकी है। इससे शहर में शीघ्र ही सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
प्रदूषण विभाग की समीक्षा रिपोर्ट के दौरान डीसी दहिया ने एक्सईएन एसपी राठी से कहा, बाढ़ रोकने के प्रबंधों को देखने के लिए मैंने कल यमुना के साथ लगते स्थानों का दौरा किया। वहां कई स्थानों पर डाई यूनिटों का काला और बिना ट्रीटमेंट का पानी यमुना में मिलता दिखाई दिया। विभाग की खिंचाई करते हुए उन्होंने कहा कुछ तो प्रदूषण रोको एक्सईएन साहब। उन्होंने कामन ट्रीटमेंट प्लांट (सीपीटी) और सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के ठीक से काम न करने पर भी नाराजगी जताई। डीसी ने कहा कि प्रदूषण रोकने के लिए तुरंत उपाय करने जरूरी हैं। इसके तहत उन्होंने निर्देश दिया कि सभी डाइंग यूनिट की जांच करने के लिए एक सूची नगर निगम को उपलब्ध करवाई जाए और इसके साथ ही प्रदूषण विभाग व बिजली विभाग को भी यह लिस्ट उपलब्ध करवाई जाए। यह विभाग भी डाई यूनिटों की अपने अपने स्तर से जांच करें।
दहिया ने हुडा के सीटीपी के सैंपलों के फेल होने पर भी नाखुशी जताई और इसके लिए एक्सईएन एके मित्तल को चेतावनी दी। जलभराव और सीवर जाम की समस्या पर भी की चर्चा : मीटिंग में बारिश में जीटी रोड पर जलभराव और सीवर जाम की समस्या पर भी चर्चा की गई। मालूम हो कि 6 मई के अंक में दैनिक जागरण ने मानसून के मौसम में जीटी रोड पर सीवर जाम होने का समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था और इसके बाद एडीसी अशोक कुमार बिश्नोई ने एनएच वन पर कई प्वाइंटों पर जायजा लेकर इसकी रिपोर्ट डीसी को सौंपी थी। बैठक में डीसी ने एलएंडटी के अधिकारियों को एनएच वन पर स्थित सीवर लाइनों के साथ अन्य सीवर कनेक्शनों को जोड़ने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि एलएंडटी के अधिकारी इन कनेक्शनों की बाकायदा मानीटरिंग भी करें और खामियों को दुरुस्त करवाएं। इस दौरान दहिया ने ड्रेन नंबर एक की सफाई और उसमें से गंदगी निकलवाने की मानीटरिंग के लिए नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिया।
मीटिंग में बिजली विभाग के एक्सईएन ने बताया कि आज कल शहरी क्षेत्र में साढ़े 18 घंटे, उद्योगों को 21 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र को 8 घंटे बिजली सप्लाई की जा रही है। इसके साथ ही एग्रीकल्चर फीडरों पर नलकूप लगाने का काम चल रहा है। यदि कोई ट्रांसफार्मर डैमेज होता है तो उसे 48 घंटे में बदल दिया जाता है।
डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर रामप्रताप सिहाग ने कहा कि इस समय जिले में 75 हजार हैक्टेयर में धान की रोपाई का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए एक मई से खाद व बीच के नमूने लेने का अभियान चलाया जा रहा है। जल बचाने के तहत प्रिजरवेशन आफ सब सोयल वाटर एक्ट लागू है। इसके तहत 15 मई से पहले धान की पनीरी की बिजाई पर तथा 15 जून से पहले इसकी रोपाई पर पाबंदी लगाई गई है। इस एक्ट के उल्लंघन के लिए चार मामले सामने आए हैं। इसमें रिसालू गांव के राजबीर व जसबीर तथा कुटानी के दलेल व रूपचंद शामिल हैं। इन्होंने 8 एकड़ में साठी धान लगाया है। इसके लिए इन लोगों को नोटिस जारी किया गया है। मीटिंग में दहिया ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर 5 जून को कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम वन विभाग, पर्यावरण, रेडक्रास और शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित किया जाए। जिसमें पालीथिन के विरोध में जागरुकता रैली निकाली जाएगी और कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस मौके पर एडीसी अशोक कुमार बिश्नोई, एसडीएम डा. सुभीता ढाका, मांगेराम ठुल, टोल प्लाजा मैनेजर प्रदीप पटनायक, एनके जैन, सीएमओ एसएस पुनिया, डीएफओ वास्वी त्यागी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
Tuesday, June 1, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment