Monday, May 21, 2012

फैक्टरियों का गंदा पानी सड़क पर (Dainik Jagran Yamuna Nagar 20 May 2012)

जनसमस्या - बदहाली के आलम में इंडस्टियल एरिया, नहीं दिया जा रहा ध्यान फैक्टरी संचालक और प्रदूषण नियंत्रण विभाग गंभीर नहीं यमुनानगर, जागरण संवाद केंद्र : इंडस्टियल एरिया में सड़कों पर फैक्टरियों की राख व विषैला गंदा पानी, एरिया में धूल व राख का गुबार, साफ-सफाई का अभाव, टूटी सड़कें एरिया की बदहाली बता रही। सड़कों पर जलते कचरे, गंदगी के ढेर एरिया का बेहाली बया कर रहे। नई सड़कें जिन्हें कुछ समय पूर्व तारकोल बजरी को बिछाया गया था वह भी खस्ताहाल होने की ओर बढ़ रही है। एरिया की सड़कों के टूटने में भारी-भरकम वाहनों का फैक्टरियों के गंदे पानी का योगदान है। बारिश के दिनों में एरिया की सड़कों से अगर गुजर जाएं तो जहां तक शरीर पानी में होगा उतने में संक्रमण जरूर फैल जाएगा। एरिया में मौजूद इंडस्टियों द्वारा मोटा राजस्व भी सरकार को मिल रहा है। इसके बाद भी वहां जो सुविधा चाहिए वह नहीं दिखती। एरिया में पूर्व में ही काफी फैक्टरियां हैं। प्रदूषण का अनुमान इसी बात से किया जा सकता है कि वहां प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा एयर व न्वायज पाल्यूशन चेक किया जाता है। पर विभाग उन फैक्टरियों को चेक करने जिनमें फैक्टरियों के विषैले अवशिष्ट नालियों द्वारा फैक्टरी के बाहर आता है उसका फैक्टरी संचालक द्वारा इंतजाम कराने को लेकर सक्रिय नहीं दिखता। इससे विषैला पानी जमीन में फैलने के साथ लोगों के लिए भी घातक सिद्ध हो रहा है। एरिया की फैक्टरियों से उड़ती राख व घातक रसायनों द्वारा एरिया पर्यावरण खराब होने का मसला है ही उस पर फैक्टरियों की राख सड़क पर फेंक देना और बड़े वाहनों के चलने से राख की उठती गुबार पूरे एरिया की स्वच्छ हवा को निगलने की भी विभाग अनदेखी कर रहा है। हमीदा रेलवे फाटक से लेकर इंडस्टियल एरिया के मोड़ तक राख-और धूल से सांस लेना मुश्किल है। इस जगह झुग्गी-झोपड़ी वालों ने भी गंदगी फैला रखी है। बाकी परेशानियों का हल नगर निगम की मुस्तैदी पर निर्भर है। विभाग व निगम नहीं सक्रिय : नगर निगम भी जिम्मेदारी से मुकर रहा है, जिससे फैक्टरी संचालकों बड़े वाहन चालकों ने बदहाली फैला रखी है। इस बारे में प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी व एसडीओ से बात करने की कोशिश की गई पर संपर्क नहीं हो सका।

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