Thursday, February 24, 2011
अक्षरधाम मंदिर ने तोड़ा अपना अवैध निर्माण (Nav Bharat Times 06 February 2011)
अक्षरधाम मंदिर में हो रहे अवैध निर्माण को तोड़ दिया गया है। मंदिर प्रशासन ने खुद ही अवैध निर्माण गिरा दिया। डीडीए ने अवैध निर्माण पर नोटिस जारी किया था और 7 फरवरी तक का वक्त दिया था। अक्षरधाम प्रशासन का कहना है कि हमने नोटिस के आधार पर अवैध निर्माण गिरा दिया साथ ही डीडीए से मिलने का वक्त मांगा है क्योंकि बहुत सी बातें साफ करनी हैं। डीडीए की टीम ने 18 जनवरी को अक्षरधाम मंदिर का दौरा किया और पाया कि वहां कुछ निर्माण ऐसा हो रहा है जो ओरिजिनल प्लान में नहीं है। इसके दूसरे दिन नोटिस जारी किया गया। डीडीए के पास शिकायत आई थी कि स्वामी नारायण अक्षरधाम मंदिर में अवैध निर्माण चल रहा है। इसके बाद डीडीए की टीम मंदिर के ओरिजिनल प्लान के साथ वहां पहुंची। डीडीए के मुताबिक 17 जनवरी को उनकी टीम को वहां जाने नहीं दिया गया बाद में वह 18 जनवरी को वहां गए और जांच की। अक्षरधाम के पीआरओ जनक दवे ने बताया कि जिस काम पर डीडीए को ऐतराज था हमने वह हटा दिया है। वहां गाय और स्निफर डॉग के लिए टेंपरेरी शेल्टर बन रहे थे जिसे डीडीए ने अवैध निर्माण बताया था। बाकी सारा काम हम समझौते के आधार पर ही कर रहे हैं और उसमें कुछ ही गलत नहीं है। दवे ने कहा कि हमने डीडीए से मिलने का वक्त भी मांगा है क्योंकि हमें बहुत सी बातें साफ करनी हैं। हम इस पर भी आपत्ति है कि डीडीए ने कहा कि उनकी टीम को मंदिर परिसर में जांच के लिए नहीं जाने दिया गया जबकि हकीकत यह है कि उनकी टीम बिना किसी सूचना के सोमवार को आई थी। सोमवार को मंदिर बंद रहता है इसलिए जब टीम आई तो उसे कुछ देर इंतजार करना पड़ा।
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