Thursday, April 29, 2010

शुद्ध पानी भी नसीब नहीं (Dainik Bhaskar, Panipat-24 April 2010)

भास्कर

पानीपत महंगाई की वजह से आम लोगों के सामने दो जून की रोजी रोटी का संकट तो आम बात है, लेकिन पानीपत में तो लोगों को शुद्ध हवा और पानी भी नहीं नसीब हो रहा है। जहरीली हवा और तेजाब घुला पानी यहां के लोगों का नसीब बनता जा रहा है। प्रदूषण की वजह से यहां बूढ़े, जवान के साथ साथ बच्चे भी बेहाल हैं।

डायरिया, दमा, टीबी जैसी तमाम घातक बीमारियां जिलेवासियों को अपनी चपेट में ले रही हैं। विडंबना इस बात की है कि जिलेवासियों को इस संकट से बचाने के लिए न तो प्रशासन आगे आ रहा है और ना ही कोई राजनीतिक दल। ऐसे में लोग भगवान भरोसे अपना दिन काट रहे हैं।

हुडा के सेक्टरों का बुरा हालशहर के सेक्टर छह, सेक्टर 13/17, सेक्टर 11 व सेक्टर 12 में लोगों के घरों में हुडा द्वारा पानी की आपूर्ति की जाती है। इसके बदले हुडा द्वारा सेक्टर के निवासियों से अच्छी खाशी रकम भी वसूली जाती है, लेकिन इन सब के बावजूद भी लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है।
पानी भरने के लिए जब लोग अपने घरों की टोंटियां खोलते हैं तो उसमें कीचड़ युक्त पानी की सप्लाई आती है। कुछ बड़े लोगों ने तो अपने घरों में एक्वागार्ड और प्योरइट जैसे उपकरण का उपयोग करके काम चला रहे हैं, लेकिन अधिकांश लोग ऐसे हैं जिनके पास इन उपकरणों को लगवाने की व्यवस्था नहीं है। उन्हें मजबूरी में गंदे पानी का ही सेवन करना पड़ रहा है।

पानी की बर्बादी एक तरफ कई इलाकों में पानी की किल्लत है, वहीं कुछ पॉश कालोनियों में बगीचों में पानी दिया जा रहा है। वाहन धोए जा रहे हैं, फर्श धोने में भी पानी की बर्बादी की जा रही है। सड़क पर पानी डाला जा रहा है। वहीं कुछ इलाकों में बूंद-बूंद को लोग तरस रहे हैं।

जल्द समाप्त होगी समस्याएस संबंध में हुडा के एक्सइएन एके मित्तल बात की गई तो कहा कि वह अवकाश पर हैं, एसडीओ धर्मवीर से बात कर लीजिए। उसके बाद जब एसडीओ धर्मवीर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस समस्या को समाप्त करने के लिए विभाग की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही सेक्टरों की पेयजल समस्या समाप्त हो जाएगी।

No comments:

Post a Comment