Monday, December 13, 2010

दिल्ली वासी जानेंगे, शरीर में कितना पानी (Dainik Jagran 13 December 2010)

नई दिल्ली आपके शरीर में कितना पानी है और कितना पानी इस्तेमाल करते हैं, यह शायद आपको नहीं पता होगा, लेकिन अब आप आसानी से यह जानकारी हासिल कर सकते हैं। यही नहीं वर्षा जल संचयन, जल संरक्षण, बर्बाद पानी को दोबारा इस्तेमाल करने एवं नदी से नल तक पानी की कहानी भी आप जान सकेंगे। यह जानने के लिए राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र जाना होगा, जहां देश की पहली अत्याधुनिक जल गैलरी (वाटर म्यूजियम) बनाई गई है। बहुत जल्द यह जनता को सुपुर्द हो जाएगी। अनुमान है कि वर्ष 2025 तक दिल्ली की दो तिहाई आबादी को पानी की किल्लत से जूझना पड़ेगा। पानी की एक-एक बूंद कैसे बचाई जाए, उसको लेकर लोगों को जागरूक करना होगा। गैलरी में मॉडल से चीजों को दर्शाया जाएगा। पानी में एवं पानी से फैलने वाली बीमारियां, उसकी जानकारी, उपाय एवं बचाव कैसे हो, इसकी भी पूरी जानकारी मिलेगी। दिल्लीवासी यमुना को कैसे गंदी कर रहे हैं एवं इसको कैसे रोका जा सकता है, इसकी भी मॉडल के जरिए जानकारी ले सकते हैं। दिल्ली और देश में कितना पानी है, इसकी तुलना दुनिया भर के देशों से कर सकते हैं। यह भी पता भी चलेगा कि किस देश में कितना पानी इस्तेमाल होता है और उसके मुकाबले दिल्लीवाले कितना पानी इस्तेमाल करते हैं। गैलरी में जल एवं अवजल संबंधी विशेष जानकारी लोगों के लिए रखी गई है। दिल्ली जल बोर्ड रॉ वाटर को कैसे शोधित कर घर-घर पहुंचाता है, उसमें इस्तेमाल जल संयंत्र एवं सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की जानकारी भी मॉडल के जरिए ले सकते हैं। कुल 34 मॉडल स्थापित किए गए हैं, जो पानी से जुड़े हर पहलू पर जानकारी उपलब्ध कराएंगे। इसमें सबसे मजेदार यंत्र वह है, जो टच स्क्रीन के जरिए संचालित होगा। यह मशीन शरीर के अलग-अलग अंगों का पूरा ब्यौरा बताएगा कि किस अंग में कितना पानी हैं। शरीर में पैर से लेकर सिर तक धारण वस्त्रों, जूता-मोजा, बेल्ट आदि में कितना पानी इस्तेमाल हुआ होगा, उसकी भी जानकारी आप मात्र एक बटन दबाकर हासिल कर सकते हैं। दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ रमेश नेगी के अनुसार यह देश की पहली वाटर एण्ड वेस्ट वाटर गैलरी होगी।

No comments:

Post a Comment